अभिषेक शर्मा
Monday, July 25, 2016
छवि
मुक्तक
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खुद की छवि बनाने में लग गया इंसान
समाज में ये कैसे चलाये अपनी दुकान
फायदा अपना हो दुसरा हो चाहे शिकार
खुद को बडा बनाने में कर दिया नुकसान
अभिषेक शर्मा
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