कामयाबी
“” मुक्तक “”
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पदचिह्नों पर पीढ़ियाँ चले, जग मे कुछ ऐसा काम करो
व्यक्ति हर विशेष है अन्दर के हुनर को खुले आम करो
भूल मत जाना अपनी मॉ को जो हर पल तुझे याद करे
अगर मिले कोई कामयाबी तो उसे अपनी मॉं के नाम करो
अभिषेक शर्मा “अभि
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“” मुक्तक “”
व्यक्ति हर विशेष है अन्दर के हुनर को खुले आम करो
भूल मत जाना अपनी मॉ को जो हर पल तुझे याद करे
अगर मिले कोई कामयाबी तो उसे अपनी मॉं के नाम करो
अभिषेक शर्मा “अभि
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“” मुक्तक “”
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