Tuesday, November 1, 2016

मेरा भैया















प्‍यारे भैया तुम से एक वादा चाहूँ 
मॉं के लिए तेरा प्‍यार ज्‍यादा चाहूँ 
भरोसा मुझे न बदलेगा मेरा भैया 
सदैव एक ही राम सी मर्यादा चाहूँ
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बाबा का दुलार और माँ का आँगन हो
बहन के साथ खेलते यॅू ही बचपन हो
यादों में न कभी सिमटे ये प्‍यार हमारा 
हर रोज मिले हंसी से वही अपनापन हो
____________अभिषेक शर्मा अभि

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